डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में बयान दिया कि अमेरिका यूक्रेन को दी गई हर पाई वापस लेगा। जानिए उनके इस विवादित बयान की पूरी जानकारी और राजनीतिक प्रभाव।
ट्रंप यूक्रेन सहायता, Trump on Ukraine aid
वॉशिंगटन, 23 फरवरी 2025 – अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को दी गई अमेरिकी आर्थिक मदद को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका द्वारा यूक्रेन को दी गई हर एक पाई वापस ली जाएगी।
CPAC 2025 में दिया बड़ा बयान
22 फरवरी 2025 को कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC) में अपने संबोधन के दौरान ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन की सुरक्षा के लिए $350 बिलियन (लगभग 29 लाख करोड़ रुपये) की मदद दी है, जिसे वह वापस लेंगे। उन्होंने कहा कि यदि वे राष्ट्रपति होते, तो यह स्थिति पैदा ही नहीं होती।
ट्रंप का बयान:, (Trump speech 2025)
“हमने यूक्रेन को जितना पैसा दिया है, वह हमें वापस चाहिए। यह हास्यास्पद है कि हमने यूरोप से ज्यादा मदद दी है, जबकि यह लड़ाई यूरोप की है।”
फॉक्स न्यूज को दिए
वॉशिंगटन, 23 फरवरी 2025 – अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को दी गई अमेरिकी आर्थिक मदद को लेकर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका द्वारा यूक्रेन को दी गई हर एक पाई वापस ली जाएगी।
CPAC 2025 में दिया बड़ा बयान
22 फरवरी 2025 को कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC) में अपने संबोधन के दौरान ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन की सुरक्षा के लिए $350 बिलियन (लगभग 29 लाख करोड़ रुपये) की मदद दी है, जिसे वह वापस लेंगे। उन्होंने कहा कि यदि वे राष्ट्रपति होते, तो यह स्थिति पैदा ही नहीं होती।
ट्रंप का बयान:
“हमने यूक्रेन को जितना पैसा दिया है, वह हमें वापस चाहिए। यह हास्यास्पद है कि हमने यूरोप से ज्यादा मदद दी है, जबकि यह लड़ाई यूरोप की है।”
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में भी दिया था संकेत
इससे पहले, 11 फरवरी 2025 को फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका को यूक्रेन की आर्थिक सहायता के बदले दुर्लभ पृथ्वी खनिजों (Rare Earth Minerals) तक पहुंच मिलनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर वे राष्ट्रपति बनते हैं, तो यूक्रेन को दी गई राशि की भरपाई किसी न किसी रूप में जरूर होगी।
ट्रंप के बयान पर विवाद
ट्रंप के इन बयानों की अमेरिका और अन्य देशों में तीखी आलोचना हो रही है।
ऑस्ट्रेलिया के विपक्षी नेता पीटर डटन और पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने ट्रंप की टिप्पणी को “गैर-जिम्मेदाराना” करार दिया है।
डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने इसे यूक्रेन की सुरक्षा और अमेरिका की वैश्विक प्रतिबद्धताओं के खिलाफ बताया है।
यूरोपीय देशों में भी ट्रंप के इस बयान को अमेरिका की विदेश नीति में संभावित बदलाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
यूक्रेन-रूस युद्ध पर ट्रंप का रुख
ट्रंप ने दावा किया कि वे रूस-यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे के भीतर समाप्त करने का समाधान निकाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि “अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता।”
क्या होगा ट्रंप के इस बयान का असर?
ट्रंप के इस बयान ने अमेरिका की विदेश नीति और 2024 चुनाव अभियान में एक नई बहस छेड़ दी है। यदि वे फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे वास्तव में यूक्रेन को दी गई सहायता वापस लेने के लिए कोई कदम उठाते हैं या नहीं।
इंटरव्यू में भी दिया था संकेत
इससे पहले, 11 फरवरी 2025 को फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका को यूक्रेन की आर्थिक सहायता के बदले दुर्लभ पृथ्वी खनिजों (Rare Earth Minerals) तक पहुंच मिलनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर वे राष्ट्रपति बनते हैं, तो यूक्रेन को दी गई राशि की भरपाई किसी न किसी रूप में जरूर होगी।
ट्रंप के बयान पर विवाद
ट्रंप के इन बयानों की अमेरिका और अन्य देशों में तीखी आलोचना हो रही है।ऑस्ट्रेलिया के विपक्षी नेता पीटर डटन और पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने ट्रंप की टिप्पणी को “गैर-जिम्मेदाराना” करार दिया है।डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने इसे यूक्रेन की सुरक्षा और अमेरिका की वैश्विक प्रतिबद्धताओं के खिलाफ बताया है।यूरोपीय देशों में भी ट्रंप के इस बयान को अमेरिका की विदेश नीति में संभावित बदलाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
यूक्रेन-रूस युद्ध पर ट्रंप का रुख
ट्रंप ने दावा किया कि वे रूस-यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे के भीतर समाप्त करने का समाधान निकाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि “अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता।”
क्या होगा ट्रंप के इस बयान का असर?
ट्रंप के इस बयान ने अमेरिका की विदेश नीति और 2024 चुनाव अभियान में एक नई बहस छेड़ दी है। यदि वे फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे वास्तव में यूक्रेन को दी गई सहायता वापस लेने के लिए कोई कदम उठाते हैं या नहीं।
(Source: News.com.au, Fox News, ETV Bharat)