7 जनवरी से अमेरिका में शुरू हुई आग ने जो तबाही मचाई, उसे इतिहास कभी नहीं भूल पाएगा। ये इतनी भीषण आपदा थी कि सोचकर ही रूह कांप जाती है। 40 हज़ार एकड़ का इलाका जल गया, 23 लाख करोड़ से ज़्यादा का नुकसान हुआ, दर्जनों लोगों की जान चली गई, लाखों लोग बेघर हो गए। और सबसे बढ़कर सुपर पावर अमेरिका की बेबसी, जो लाख खर्च के बावजूद अपने ही लोगों को मरने से नहीं बचा सका, जलते हुए जंगलों, घरों, मवेशियों, पालतू जानवरों को नहीं बचा सका, ऐसा नहीं था कि उसने इन्हें बचाने के प्रयास नहीं किए लेकिन वो सब नाकाफी थे, आग के आगे एक भी नहीं चली।

अब बहस शुरू हो गई है कि क्या ये आग विज्ञान है, यानी सूखा क्षेत्र होने, पर्यावरण में बदलाव, तापमान में वृद्धि और ऊपर से तेज़ हवाओं के कारण आग तेज़ी से फैल रही है। कुछ लोगों का मानना है कि ये एक साज़िश है। यानी ये आग जानबूझकर लगाई गई। सोशल मीडिया पर एक जगह से आग लगाए जाने का वीडियो दिखाया जा रहा है, जिससे पता चल रहा है कि आग लगाई गई थी, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती, इसे फर्जी वीडियो बताया जा रहा है। लेकिन फिर भी कुछ लोगों का मानना है कि अमेरिका और यहां के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर ऐसा किया गया था। लेकिन अमेरिकी प्रशासन इसे सच नहीं मानता। कुछ लोग इसे अभिशाप भी मान रहे हैं, सोशल मीडिया पर आपको कई वीडियो पोस्ट दिख जाएंगे जिसमें कहा जा रहा है कि यह प्रकृति का न्याय है और गाजा के लिए बदला है। क्योंकि सिर्फ अमेरिका ही इजरायल का समर्थन कर रहा है और उसने फिलिस्तीन (गाजा) पर इजरायल के हमले को सही ठहराया है। खैर सबके विचार अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन अमेरिका सदी के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है।