नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भीषण भगदड़ में 15 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। हजारों श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए ट्रेन पकड़ने पहुंचे थे, जिससे प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ हो गई।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ (New Delhi Railway Station Stampede)
शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से 15 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हादसा रात करीब 10 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर हुआ, जब हजारों श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ (Mahakumbh Devotees Rush)में जाने के लिए ट्रेनों में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे।
दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मौतों की पुष्टि की। घायलों को इलाज के लिए एलएनजेपी और लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।स्वतंत्रता राज्यपाल घायलो से मिलने LNJP अस्पताल पहुँचे।
कैसे हुई भगदड़?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी, तब वहां पहले से ही भारी भीड़ मौजूद थी। इसी दौरान स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस लेट थीं, जिसके कारण अन्य यात्रियों की भीड़ भी प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर जमा हो गई।
रेलवे द्वारा हर घंटे करीब 1500 जनरल टिकट बेचे जाने से प्लेटफॉर्म पर स्थिति और बिगड़ गई। भीड़ बेकाबू हो गई और प्लेटफॉर्म नंबर 14 व 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मच गई।
रेलवे प्रशासन और दिल्ली पुलिस का रेस्क्यू ऑपरेशन
दिल्ली फायर सर्विस को इमरजेंसी कॉल मिलने के बाद 4 दमकल गाड़ियां (fire brigads Vans)घटनास्थल पर भेजी गईं।रेलवे पुलिस (RPF) और दिल्ली पुलिस ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया।भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने 4 विशेष ट्रेनें चलाईं।घटना के बाद प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्लेटफार्मों पर प्रशासन को मुस्तैद किया गया।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने X पर एक पोस्ट के जरिए कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्दी ठीक हो जाएँ। अधिकारी इस भगदड़ से प्रभावित सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा:”नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ( New Delhi Railway Station Accident)पर भगदड़ की दुखद खबर आई है। इस हादसे में लोगों की मौत से गहरा दुःख हुआ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने X पर लिखा:”नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था और भगदड़ के कारण लोगों की जान गई और कई घायल हुए। यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। राहत कर्मियों को तुरंत तैनात किया गया है और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।”
रेलवे भीड़ प्रबंधन फेल (Railway Crowd Management Failure) दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कालकाजी विधायक आतिशी ने केंद्र सरकार और यूपी सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा:”महाकुंभ के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के लिए कोई ठोस यातायात व्यवस्था नहीं की गई, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ। रेलवे को जल्द से जल्द यात्रियों की मदद करनी चाहिए।”कार्यवाहक मुख्यमंत्री घायलो से मिलने LNJP अस्पताल पहुँची।
अश्विनी वैष्णव ने कहा- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना से बहुत दुख हुआ। मेरी प्रार्थना उन सभी लोगों के साथ है जिन्होंने अपने प्रियजन इस में खो दिया है। पूरी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए काम कर रही है।
रेलवे ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई इस भगदड़ की रेलवे ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यह भगदड़ अचानक आई भीड़ के कारण हुई, लेकिन रेलवे स्टेशन पर किसी तरह की अव्यवस्था नहीं थी।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज महाकुंभ के यात्रियों की भीड़ ने अव्यवस्था की स्थिति पैदा कर दी, जिससे भगदड़ में 15 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिया है और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है।
महाकुंभ 2025 भगदड़ (Mahakumbh 2025 Stampede)
इस से पहले महाकुम्भ में भी एक बड़ा हादसा दो चुका है।29 जनवरी को महाकुंभ 2025 के नाम पर एक बड़ी त्रासदी लिख गईI जिसमें 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई और 30 से अधिक घायललोग घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मरने वालों और घायलो की तादाद और अधिक हो सकती हैं। यह एक बड़ी और दुखद घटना है। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर विशेष स्नान की व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने विश्व स्तरीय इंतजाम होने के दावे किए थे, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही रही। भारी भीड़ के चलते मेला क्षेत्र में भगदड़ मच गई थी।