हमास के आरोप: इज़राइल ने संघर्ष विराम तोड़ा, क्या फिर होगी जंग?

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हमास ने इज़राइल पर संघर्ष विराम तोड़ने का आरोप लगाया और बंधकों की रिहाई रोक दी। क्या यह युद्ध फिर से भड़क सकता है? “इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि अगर 15 फरवरी, शनिवार दो बजे तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाएगा तो गाजा में युद्धविराम समझौता खत्म हो जाएगा।

जिसका डर था, क्या वही होने जा रहा है ? क्या इज़राईल – हमास का संघर्ष विराम ख़त्म हो सकता है? क्या फिर जंग होगी? ऐसे न जाने कितने प्रश्न है जो पूरे विश्व के अमन पसंद व्यक्तियों के मन मस्तिषक में उठ रहे हैं। वजह है, हमास और इजराईल में कुछ मुद्दो को लेकर टकराव है।जिससे जारी संघर्ष विराम के टूटने की नोबत आ गई है।

मध्य पूर्व में शांति की उम्मीदों को झटका लगा है। हाल ही में घोषित संघर्ष विराम (Ceasefire) समझौते में दरारें आ गई हैं, क्योंकि हमास ने इज़राइल पर संघर्ष विराम तोड़ने का आरोप लगाते हुए इज़राइली बंधकों की रिहाई को रोक दिया है। इस फैसले के बाद क्षेत्र में एक बार फिर युद्ध भड़कने की आशंका बढ़ गई है।

हमास ने इज़राइल पर संघर्ष विराम तोड़ने का आरोप लगाया (Hamas accuses Israel of breaking ceasefire). क्या यह युद्ध फिर से भड़क सकता है?

हमास का आरोप: इज़राइल ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया ‘हमास के सैन्य विंग, अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि इज़राइल संघर्ष विराम की शर्तों का पालन नहीं कर रहा है। उन्होंने इज़राइल पर कई गंभीर आरोप लगाए:

1. विस्थापित फिलिस्तीनियों की वापसी में बाधा- हमास के अनुसार, संघर्ष विराम के बाद उत्तरी गाज़ा से पलायन करने वाले हजारों फिलिस्तीनी नागरिकों की घर वापसी होनी थी, लेकिन इज़राइल ने इस प्रक्रिया में बाधा डाली।

2. सैन्य हमले जारी रखे- हमास ने दावा किया कि संघर्ष विराम के बावजूद इज़राइली सेना ने कई इलाकों में बमबारी और जमीनी हमले किए, जिससे बड़ी संख्या में नागरिक हताहत हुए।

3. मानवीय सहायता रोकी-गाज़ा पहले से ही गंभीर मानवीय संकट से जूझ रहा है। हमास का कहना है कि संघर्ष विराम के बावजूद, इज़राइल ने राहत सामग्री की आपूर्ति रोक दी, जिससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें और बढ़ गईं।

हमास का जवाब (Hamas Response)

हमास ने इन आरोपों के साथ घोषणा की कि वे “अगली सूचना तक” इज़राइली बंधकों की रिहाई को रोक रहे हैं।

इज़राइल की प्रतिक्रिया: हमास का फैसला संघर्ष विराम का उल्लंघन

हमास के आरोपों पर इज़राइल ने कड़ा जवाब दिया है। इज़राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने कहा कि हमास की यह घोषणा खुद संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन है। उन्होंने इज़राइली सेना को गाज़ा में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।

इज़राइली अधिकारियों का कहना है कि वे संघर्ष विराम का सम्मान कर रहे हैं, लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी रखना उनकी मजबूरी है।गाज़ा में मौजूद आतंकवादी समूह अब भी इज़राइली सुरक्षा बलों पर हमले कर रहे हैं, जिससे सुरक्षा खतरे बढ़ रहे हैं।

क्या संघर्ष विराम अब भी बच सकता है?

इस घटनाक्रम के बाद पहले से ही नाजुक संघर्ष विराम पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। इज़राइल और हमास के बीच यह समझौता अंतरराष्ट्रीय दबाव और मध्यस्थों की कोशिशों के बाद हुआ था। लेकिन अगर यह दरार और गहरी हुई, तो एक और बड़े संघर्ष का खतरा बढ़ सकता है।

विश्लेषकों का मानना है कि अगर दोनों पक्षों ने तुरंत कूटनीतिक कदम नहीं उठाए, तो यह युद्ध फिर से भड़क सकता है। गाज़ा पहले ही तबाह हो चुका है, और नए हमलों से वहां के नागरिकों की स्थिति और बदतर हो सकती है।

Hamas Israel War 2024 | हमास-इज़राइल युद्ध अपडेट

इजराइल ने हमास के साथ 16 महीने तक युद्ध लड़ा और आखिरकार शांति समझौते पर पहुंचा। लंबे इंतजार के बाद युद्ध स्थल से एक अच्छी खबर आई। अब सवाल यह उठता है कि इस युद्ध से किसे क्या मिला और युद्ध का नतीजा क्या रहा? अगर समझौता करना ही था तो दोनों पक्ष पहले ही कर सकते थे। गाजा में हजारों बेगुनाह लोग मारे गए और उनके घर, बाजार, स्कूल, अस्पताल तबाह कर दिए गए।

अगर इजराइल के नजरिए से देखा जाए तो यह समझौता उनके हक में नहीं लगता।

गाज़ा पर इज़राइली हमला (Israeli Attack on Gaza)-इजराइल ने फिलिस्तीन पर 85 हजार टन बम गिराए, 50 हजार से ज्यादा मिसाइलें दागीं। इन हमलों में गाजा की 70 फीसदी से ज्यादा इमारतें तबाह हो गईं। 18 हजार बच्चों समेत 46788 नागरिक मारे गए। इजराइल को करीब 6 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। सवाल यह है कि इजरायल हमास को खत्म क्यों नहीं कर सका और अपने बंदी नागरिकों को क्यों नहीं छुड़ा सका, अपने बंदी नागरिकों को छुड़ाने के लिए उसे हमास जैसे कमजोर और छोटे समूह के साथ समझौता करना पड़ा।

इज़राइल हमास डील (Israel Hamas Deal)

समझौते के मुख्य बिंदु हैं कि समझौते के पहले चरण में इजरायली सेना पहले दिन से ही गाजा छोड़ देगी और रोजाना 500 ट्रकों में खाने-पीने की सामग्री गाजा पहुंचाई जाएगी, हमास रोजाना एक इजरायली कैदी को रिहा करेगा, जिसके बदले में इजरायल रोजाना 50 हमास कैदियों को रिहा करेगा। फरवरी के पहले हफ्ते में दूसरे चरण में युद्ध विराम को जारी रखने पर विचार किया जाएगा। तीसरे और अंतिम चरण में इजरायल के हमले के दौरान नष्ट हुई इमारतों के पुनर्निर्माण पर चर्चा होगी। इनका निर्माण 3 से 5 साल के बीच करना होगा।

गाज़ा पट्टी में अभी क्या हो रहा है? (What is happening in Gaza Strip?)

कुच्छ घटनाए उत्तरी ग़ाज़ा के क्षेत्र से है जब वहां निवासी पुनः स्थापित होना चाह रहे हैं। तब इजराईल इसमें अवरोध पैदा कर रहा हैं। ग़ाज़ा के निवासियों को आतंकवादी बताकर ईज़राईल ने हमले किये हैं,ग़ाज़ा के निवासियों जिसमे मृत्यू भी हुई हैं,और घायल भी हैं।इक्का-दुक्का घटना को छोड़कर ग़ाज़ा अब पहले से शांत हैं। सहायता सामग्री अब पहले से ज्यादा आ रही है।

आगे क्या होगा?

अब सबकी नजरें अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर टिकी हैं कि क्या वे इस संघर्ष विराम को बनाए रखने के लिए कोई ठोस कदम उठा सकते हैं। इज़राइल और हमास के बीच पहले भी कई संघर्ष विराम असफल हो चुके हैं, और मौजूदा हालात को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि यह शांति कितने दिन टिकेगी।

क्या यह संघर्ष विराम पूरी तरह टूट जाएगा, या राजनयिक प्रयास इसे बचा पाएंगे? आने वाले दिन इस सवाल का जवाब देंगे।

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