नई दिल्ली, 3 फरवरी 2025 – समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने महाकुंभ 2025 को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने दावा किया कि प्रयागराज में जारी महाकुंभ मेले के दौरान गंगा नदी का पानी दूषित हो गया है, क्योंकि भगदड़ में मारे गए लोगों के शवों को नदी में फेंक दिया गया।
संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए जया बच्चन ने कहा,
“अभी सबसे ज्यादा दूषित पानी कहां है? कुंभ में… वहां भगदड़ में जिन लोगों की मौत हुई, उनके शव नदी में फेंक दिए गए हैं, जिससे पानी प्रदूषित हो गया है। कोई भी असली मुद्दों पर बात नहीं कर रहा है।”
उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोई विशेष इंतजाम नहीं किए गए हैं और आम लोगों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा
जया बच्चन के इस बयान पर भाजपा नेताओं और हिंदू संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता ने इसे “हिंदू आस्था का अपमान” करार दिया और कहा कि जया बच्चन को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा,”यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बयान है। कुंभ हमारी आस्था का प्रतीक है और इस तरह के बेबुनियाद आरोप पूरी तरह अस्वीकार्य हैं।”
वहीं, विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने भी इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह कुंभ मेले की पवित्रता पर सवाल उठाने की साजिश है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने जया बच्चन के दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। प्रशासन ने कहा कि महाकुंभ में सुरक्षा और सफाई की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है, और नदी में शव फेंके जाने की कोई घटना सामने नहीं आई है।
हालांकि, प्रशासन ने यह स्वीकार किया कि महाकुंभ के दौरान भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है, जबकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह संख्या 49 बताई जा रही है।
जो नहीं होना चाहिए था वो महाकुंभ हो गया। 29 जनवरी को महाकुंभ 2025 के नाम पर एक बड़ी त्रासदी लिख गईI जिसमें 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई और करीब 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मरने वालों और घायलो की तादाद और अधिक हो सकती हैं। यह एक बड़ी और दुखद घटना है। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर विशेष स्नान की व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने विश्व स्तरीय इंतजाम होने के दावे किए थे, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही रही। भारी भीड़ के चलते मेला क्षेत्र में भगदड़ मच गई थी।