महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए काफी दिन बीत जाने के बाद भी चुनाव में धांधली के आरोप रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिछले सप्ताह कांग्रेस नेता राहुल गांधी, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।अब वंचित बहुजन आघाड़ी के नेता प्रकाश अंबेडकर द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोमवार को चुनाव आयोग और महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को नोटिस जारी किया है।याचिका में कहा गया है कि मतदान के समापन के बाद बड़ी संख्या में डाले गए वोटों की पारदर्शिता पर संदेह है।
महाराष्ट्र चुनाव में धांधली का आरोप-
राहुल गांधी, सुप्रिया सुले और संजय राउत ने चुनाव आयोग से मांगी वोटर लिस्टनई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र चुनाव में मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट को सार्वजनिक किया जाए ताकि इसमें हुए बदलावों की जांच की जा सके।
मतदाता संख्या में अचानक बढ़ोतरी पर राहुल गांधी के सवाल-
मतदाता संख्या में अचानक बढ़ोतरी पर सवाल राहुल गांधी ने कहा कि 2019 से 2024 के बीच 32 लाख नए मतदाता जुड़े, लेकिन केवल पांच महीनों में, लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच, 39 लाख नए मतदाता जुड़ गए। उन्होंने सवाल उठाया कि इतने कम समय में इतनी बड़ी संख्या में नए वोटर कहां से आए और क्या यह किसी साजिश का हिस्सा है?दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यकों के नाम काटे जाने का आरोपकांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि बड़ी संख्या में दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक समुदायों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों द्वारा बार-बार शिकायत किए जाने के बावजूद चुनाव आयोग ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे यह संदेह पैदा होता है कि चुनावी प्रक्रिया में धांधली हो रही है।
सुप्रिया सुले का चुनाव आयोग पर हमला-
सुप्रिया सुले ने कहा कि उनकी पार्टी को कमजोर करने के लिए उनके चुनाव चिन्ह से मिलता-जुलता चिन्ह किसी और को आवंटित कर दिया गया, जिससे उन्हें नुकसान हुआ। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या चुनाव आयोग निष्पक्ष रूप से काम कर रहा है या किसी विशेष दल के पक्ष में निर्णय ले रहा है।
संजय राउत ने आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल-
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग विपक्ष की शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहा है। उन्होंने कहा, “अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है, तो उसे इन सवालों का जवाब देना चाहिए।”
चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग-
तीनों नेताओं ने चुनाव आयोग से पारदर्शिता बरतने और मतदाता सूची में हुए बदलावों की गहन जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष रखना है, तो आयोग को अपनी जवाबदेही तय करनी होगी।
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