नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ में 18 की मौत, 25 घायल। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और तेजस्वी यादव ने सरकार की आलोचना की। पूरी जानकारी पढ़ें।
New Delhi Railway Station Stampede
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कई लोगों की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा:
“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से कई लोगों की मृत्यु हो जाने का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। स्टेशन से आ रहे वीडियो बेहद हृदयविदारक हैं। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा इस घटना की सच्चाई छिपाने की कोशिश बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। हमारी मांग है कि मृतकों व घायलों की संख्या जल्द से जल्द घोषित की जाए और गुमशुदा लोगों की पहचान भी सुनिश्चित की जाए। पीड़ितों के परिजनों को हमारी गहरी संवेदनाएं, और घायलों को तत्काल इलाज की स्वास्थ्य सुविधा मिलनी चाहिए।”
तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा:
“नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था एवं भगदड़ के कारण हुई असामयिक मौतों से मन व्यथित है। इतने सरकारी संसाधनों के बावजूद श्रद्धालुओं की जान जा रही है, और डबल इंजन सरकार इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की लीपापोती कर PR करने में व्यस्त है। आमजन व श्रद्धालु सरकार की प्राथमिकता में नहीं हैं, बल्कि सरकार का ध्यान केवल मीडिया प्रबंधन, VIP लोगों की सुविधा और उनकी व्यवस्था तक ही सीमित है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति मिले और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हो।”
घटना का कारण और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस भगदड़ का मुख्य कारण प्रयागराज में महाकुंभ मेले के लिए जाने वाली दो ट्रेनों की देरी बताई जा रही है(Mahakumbh train delay)। भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म नंबर 12 से 16 तक यात्री फंस गए, जिससे भगदड़ मच गई।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बयान जारी कर कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। रेलवे प्रशासन ने भीड़ को कम करने के लिए प्रयागराज के लिए चार विशेष ट्रेनें चलाई हैं।
Modi government criticism यह घटना रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों पर सवाल उठाती है। विपक्षी नेताओं ने सरकार से पारदर्शिता की मांग की है, जबकि प्रशासन का दावा है कि हालात काबू में हैं। उम्मीद है कि इस घटना की विस्तृत जांच होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।