नई दिल्ली, 25 अप्रैल 2025: पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश की राजनीति में असाधारण एकता देखने को मिली है। सभी विपक्षी दलों ने केंद्र की बीजेपी सरकार को आतंकवाद के खिलाफ किसी भी कार्रवाई के लिए पूरा समर्थन देने का वादा किया है।
हालांकि, सर्वदलीय बैठक में सुरक्षा में भारी चूक को लेकर सरकार को तीखे सवालों का सामना करना पड़ा और विपक्ष ने जवाबदेही तय करने की मांग भी रखी।
1. विपक्ष एकजुट, समर्थन पर एकमत
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह राजनीति का नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है। उन्होंने हमले की निंदा करते हुए कहा कि पूरा विपक्ष सरकार के साथ है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी माना कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी में सभी दलों ने पाकिस्तान को लेकर लिए गए फैसलों का समर्थन किया है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने समर्थन देते हुए कहा, “सिंधु जल संधि को निलंबित करना सही कदम है, लेकिन हम पानी कहां स्टोर करेंगे?”
2. सरकार ने मानी सुरक्षा में चूक
राहुल गांधी और ओवैसी दोनों ने सवाल उठाए कि घटनास्थल पर सुरक्षाकर्मी क्यों नहीं थे? और CRPF की तैनाती क्यों नहीं हुई थी?
सरकार ने माना कि टूर ऑपरेटर्स ने प्रशासन को बिना जानकारी दिए बुकिंग शुरू कर दी थी और 20 अप्रैल से पर्यटक इलाके में पहुंचने लगे थे। जबकि 22 अप्रैल को हमला हुआ।
3. विपक्ष की मांग: तय हो जवाबदेही
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि बिना सुरक्षा क्लियरेंस के क्षेत्र को खोलना गंभीर चूक है। उन्होंने मांग की कि जवाबदेही तय हो और जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की जाए।
4. आतंकी ठिकानों पर निर्णायक कार्रवाई की मांग
विपक्षी दलों ने सरकार से आतंकी कैंपों को नष्ट करने की मांग की है। संजय सिंह ने कहा, “देश चाहता है कि सरकार आतंकियों को उनकी भाषा में जवाब दे।”
5. पाकिस्तान के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव की मांग
ओवैसी और संजय सिंह दोनों ने पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत हवाई और नौसैनिक नाकाबंदी करने, और हथियारों की बिक्री पर पाबंदी लगाने की मांग की है।
6. बिहार चुनाव और राजनीतिक संभावनाएं
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री ने कानपुर दौरा रद्द किया लेकिन बिहार दौरा नहीं क्योंकि वहां 6 महीने में चुनाव< होने वाले हैं।
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यह रिपोर्ट India Today Group के तहत प्रकाशित हैं।