संभल की जामा मस्जिद विवाद: हिंदू समुदाय ने पूजा-अर्चना की अनुमति मांगी

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संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है। हिंदू समुदाय ने इसे ‘विवादित ढांचा’ बताते हुए वहाँ पूजा-अर्चना करने के अधिकार की मांग की है।

मंगलवार, 4 मार्च को हाईकोर्ट की सुनवाई के दौरान मस्जिद की रंगाई-पुताई से जुड़े एक मामले में हिंदू पक्ष के वकील की दलीलों के बाद अदालत ने इसे ‘विवादित ढांचा’ कहा। इसके बाद, हिंदू संगठनों ने नैमिषारण्य तीर्थ के महंत बाल योगी दीनानाथ के नेतृत्व में एसडीएम कार्यालय पहुँचकर प्रदर्शन किया और पूजा-अर्चना की अनुमति देने की माँग की।

हिंदू समुदाय के लोगों ने “हर-हर महादेव” के नारे लगाते हुए एसडीएम वंदना मिश्रा को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में मांग की गई कि जब तक अदालत का अंतिम निर्णय नहीं आ जाता, तब तक हिंदू समुदाय को भी पूजा-अर्चना करने की अनुमति दी जाए।

क्या है हिंदू पक्ष की मांग?

  • महंत बाल योगी दीनानाथ का कहना है कि चूँकि मामला अदालत में लंबित है, इसलिए हिंदू समुदाय को भी पूजा करने की अनुमति दी जाए।
  • यदि हिंदुओं को पूजा की अनुमति नहीं दी जाती, तो मुस्लिम समुदाय की नमाज पर भी रोक लगाई जाए, ताकि किसी एक पक्ष को विशेषाधिकार न मिले।

अन्य धार्मिक स्थलों से तुलना

हालांकि, कोर्ट के लिए यह फैसला लेना आसान नहीं होगा। ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा की ईदगाह मस्जिद विवाद में भी हिंदू पक्ष ने पूजा-अर्चना की माँग की थी, लेकिन अब तक न्यायालय से अनुमति नहीं मिली है।

मस्जिद विवाद का इतिहास

संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद 19 नवंबर को तब शुरू हुआ, जब कुछ हिंदू संगठनों ने दावा किया कि मस्जिद के स्थान पर पहले “हरिहर मंदिर” था।

  • उसी दिन कोर्ट ने मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया।
  • शाम को जब सर्वे हुआ, तो मुस्लिम समुदाय की बड़ी संख्या वहाँ इकट्ठा हो गई।
  • 24 नवंबर को जब दोबारा सर्वे हुआ, तो हिंसा भड़क उठी। पुलिस और मुस्लिम समुदाय के बीच झड़प हुई, जिसमें चार युवकों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए।
  • तब से यह विवाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
  • इस मुद्दे पर राजनीतिक दल भी खुलकर बयानबाज़ी कर रहे हैं।

अब आगे क्या?

फिलहाल, मामला अदालत में विचाराधीन है और अंतिम निर्णय आने तक दोनों पक्ष अपनी-अपनी माँगों को लेकर सक्रिय हैं। प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है, ताकि माहौल बिगड़ने न पाए।

📌 संबंधित रिपोर्ट पढ़ें:

Sources:

📌 स्थानीय प्रतिनिधि रिपोर्ट – samachar24x7.online
📌 Today Group रिपोर्ट – todaygroup.com

पाठकों की राय:

👉 क्या हिंदू समुदाय को पूजा की अनुमति दी जानी चाहिए, या फिर मुस्लिम समुदाय की नमाज पर भी रोक लगनी चाहिए?

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