संभल में अमन की मिसाल: जुमे की नमाज़ और होली शांतिपूर्ण, नफ़रत का एजेंडा फ़ैल

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सँभल। महीनों से सँभल में जुमे की नमाज़ और होली को लेकर जो राजनीति और नफ़रत भरे बयान चल रहे थे, उन्हें आज शहर की अमनपसंद जनता ने सिरे से नकार दिया। जिस प्रकार मुख्यधारा मीडिया और कुछ भड़काऊ तत्व इसे मुद्दा बना रहे थे, वैसा कुछ भी नहीं हुआ। सँभल के लोगों ने भाईचारे और सौहार्द की ऐसी मिसाल पेश की, जो लंबे समय तक याद रखी जाएगी।

शांति और भाईचारे का संदेश

जहाँ एक ओर होली का त्योहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, वहीं दूसरी ओर जुमे की नमाज़ भी शांति और श्रद्धा के साथ अदा की गई। किसी भी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली। प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था संभाली, जिससे दोनों आयोजनों को बिना किसी व्यवधान के संपन्न किया जा सका।

मुख्यधारा मीडिया का नकारात्मक रोल बेनकाब

कुछ मीडिया चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर होली और जुमे की नमाज़ को लेकर नफ़रत का माहौल बनाया जा रहा था। लेकिन सँभल की जनता ने इन कोशिशों को नाकाम कर दिया। इससे उन मीडिया हाउस को झटका लगा जो टीआरपी के लिए ज़हरीली रिपोर्टिंग कर रहे थे।

प्रशासन की सख्ती और सतर्कता

सँभल के एसडीएम, सीओ, डीएम समेत तमाम आला अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी नज़र रखी। ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। जुलूसों के मार्गों पर पुलिस बल तैनात रहा और हर गतिविधि पर प्रशासन की पैनी नज़र रही।

हिंदू-मुस्लिम सौहार्द की मिसाल

**सँभल** और आसपास के इलाकों में **हिंदू और मुस्लिम समुदाय** के लोगों ने **गले मिलकर** यह साबित कर दिया कि वे किसी भी **साजिश** का शिकार नहीं होंगे।

  • पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष नुसरत इलाही ने मुरादाबाद रोड पर हिंदू भाइयों के साथ होली खेली और उन्हें मुबारकबाद दी।
  • सँभल से सटे सरसी में चौधरी फैज़ान अली ने होली के अवसर पर अपने हिंदू भाइयों के लिए जलपान का आयोजन किया और उनके साथ मिलकर रंगों का त्योहार मनाया।

शहर में शांति, प्रशासन ने ली राहत की सांस

दिनभर चले आयोजनों के बाद सँभल प्रशासन ने राहत की सांस ली। बिना किसी विवाद के होली और जुमे की नमाज़ का संपन्न होना यह दर्शाता है कि सँभल की जनता किसी भी प्रकार की नफ़रत की राजनीति को बढ़ावा नहीं देती।

निष्कर्ष

सँभल में जुमे की नमाज़ और होली का एक साथ आना कोई नई बात नहीं थी, लेकिन इस बार इसे विवाद का रूप देने की कोशिश की गई। बावजूद इसके, सँभल की जनता ने मिलकर नफ़रत की राजनीति को हराया और भाईचारे की एक अनूठी मिसाल पेश की। यह संदेश सिर्फ सँभल ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बन सकता है।


Source: स्थानीय प्रतिनिधि, Samachar24x7.online

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1 thought on “संभल में अमन की मिसाल: जुमे की नमाज़ और होली शांतिपूर्ण, नफ़रत का एजेंडा फ़ैल”

  1. Sahi kaha aapne – आम Janta jhagda nahi chahti, Chahte hain to केवल neta aur TRP ke bhuke channel.
    Shanti qayam rahe.

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