“संजय सिंह का दावा – दिल्ली में AAP की जीत तय!”

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कल 8 फ़रवरी को मतगणना समाप्त होते ही स्पष्ट हो जाएगा कि सत्ता की बागडोर किसके हाथ में जाएगी और जनता की उत्सुकता भी खत्म हो जाएगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच है, लेकिन कांग्रेस को भी उम्मीद है कि वह अपने पिछले दो चुनावों के खराब प्रदर्शन से बाहर आ सकेगी।कांग्रेस ने कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है। अगर कांग्रेस मुस्लिम और दलित वोटों में सेंध लगाने में सफल होती है, तो आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं और इसका सीधा फायदा भाजपा को मिल सकता है।

संजय सिंह का दावा – दिल्ली में AAP की जीत तय!

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह दिल्ली में पार्टी की सरकार बनने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि AAP आसानी से बहुमत हासिल करेगी और सरकार बनाएगी।जब उनसे एग्जिट पोल के नतीजों पर सवाल किया गया, जिनमें आम आदमी पार्टी को बढ़त नहीं दिखाई जा रही, तो उन्होंने इन सर्वेक्षणों पर कटाक्ष करते हुए कहा,”जब मसाज और स्पा करने वाली कंपनियां सर्वे करेंगी, तो ऐसे ही एग्जिट पोल आएंगे।”उन्होंने आगे कहा कि ये सर्वेक्षण कंपनियां हकीकत से कोसों दूर होती हैं और किसी के इशारे पर काम करती हैं। इसलिए, उन्हें इन एग्जिट पोल पर कोई भरोसा नहीं है और उनका मानना है कि नतीजे AAP के पक्ष में ही आएंगे।

5 फरवरी की शाम को ही विभिन्न सर्वेक्षण कंपनियों और मीडिया हाउसों ने एग्जिट पोल जारी करने शुरू कर दिए। हालाँकि, देशभर में कई एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किए, लेकिन मुख्य रूप से 10-11 प्रमुख सर्वेक्षण कंपनियों के अनुमानों को ज्यादा विश्वसनीय माना जा रहा है।इनमें से अधिकतर कंपनियों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सत्ता में वापसी और उसे पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान लगाया, जबकि करीब तीन सर्वेक्षण एजेंसियों ने आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनने की भविष्यवाणी की।विप्रिसाईड ने आप को 46-52,माइंडब्रिंक ने 44-49 और मेटरिज़ 32- 37 सीटस देकर आप आदमी पार्टी की सरकार बनने की सम्भवना बरक़रार रखी हैं।

प्रचार के दौरान खास बात यह रही कि अरविंद केजरीवाल ने खुद को आत्मविश्वास से भरा हुआ दिखाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “मैं लगभग हर विधानसभा में गया हूँ और आम आदमी पार्टी की जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हूँ। हम 55 सीटें जीत रहे हैं, और यदि हमारी माताएं-बहनें पूरी तरह से हमारा साथ दें, तो हम 60 सीटें भी जीत सकते हैं। हम अपनी सरकार बनाने को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं।”

हालांकि, आम आदमी पार्टी भी इस बार के मतदान पैटर्न और कांग्रेस द्वारा बनाए गए त्रिकोणीय मुकाबले को लेकर चिंतित नजर आ रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पार्टी को कम से कम 35 सीटें मिलने की संभावना है, जिससे उसे थोड़ी राहत मिल सकती है। क्योंकि यदि 35 सीटें आ जाती हैं, तो जोड़-तोड़ करके बहुमत हासिल किया जा सकता है।

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